You are viewing a single comment's thread from:RE: जैन दर्शन : परमात्मपद-प्राप्ति की सामग्री - भाग # १View the full contextnmahatele (29)in #life • 6 years ago सुविचार मेहता जी, मन से सदैव प्रभु का विचार करते रहो तो अन्य विचारों के लिए जगह ही नहीं बचेगी । धन्यवाद।
हाँ , सही कहा आपने. यदि हम सदैव प्रभु का स्मरण करते रहे तो अन्य विचारों / कामों के लिए जगह ही नहीं रहेगी.