यह बहुत पुराण मामला हो गया हैं इसके लिए मुस्लिम बुद्धिजीविओ को एअक मंच पे आना होगा, पुराने दकियानूसी विचार रखने वाले लोगो से लड़ना होगा! कितना अच्छा होगा अगर मुस्लिम भाई ऐसे आपसी सहमति से सुलझा ले, और सुप्रीम कोर्ट की जरुरत ही न पड़े!
यह बहुत पुराण मामला हो गया हैं इसके लिए मुस्लिम बुद्धिजीविओ को एअक मंच पे आना होगा, पुराने दकियानूसी विचार रखने वाले लोगो से लड़ना होगा! कितना अच्छा होगा अगर मुस्लिम भाई ऐसे आपसी सहमति से सुलझा ले, और सुप्रीम कोर्ट की जरुरत ही न पड़े!