theorignal (21)in #india • 6 years agoजय हिंदविनेश ने जीता स्वर्ण पदक विनेश ने पहले राउंड में शुरुआत में चार अंक लिए. इसके बाद विनेश ने जापानी खिलाड़ी को मैट पर गिराया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने शानदार डिफेंस करते हुए अपने…theorignal (21)in #animal • 6 years agoजानवरों के प्रति क्रूरताइतालो कल्वीनो के नॉवल "द कासल ऑफ़ द क्रॉस्ड डेस्टिनीज़" में यह "फ़ंतासी" है कि एक दिन पशु जंगलों से आएंगे और मनुष्य को नगरों से विस्थापित करके सभ्यता के उपकरणों पर काबिज़ हो…theorignal (21)in #fish • 6 years agoआंखेंमैं एक फ़ूड पोर्टल देख रहा था. उस पोर्टल पर एक लेख था- "व्हाय सी फ़ूड इज़ ग्रॉस!" सी-फ़ूड क्यों घृणित है! उस लेख में कुछ तस्वीरें थीं. एक तस्वीर में दिखाया गया था कि कुछ…theorignal (21)in #love • 6 years agodeletedemptytheorignal (21)in #india • 6 years agoकमल तालनीले फीते सी नदी तो सर्पिल गति से सम्मोहन की लय में बहती है। इसी नदी पर बांध बांध दो तो सूत के फटे अंगोछे सा जहां तहां फैल जाता है उसका जल। कहीं पोखर, कहीं दलदल, कहीं डबरी…theorignal (21)in #death • 6 years agoकपोतईश्वरस्वरूप पक्षी की रहस्यमयी सुंदरता का रहस्य अगर किसी को ज्ञात हो तो मुझे बतलाया जाए।" [ "ऋग्वेद" ] संध्या को जब मैंने कंकरीट के फ़र्श पर कपोत के शव को देखा, तब जाकर मुझे…theorignal (21)in #india • 6 years agoसत्य की खोजबुद्ध जिस धर्म में पैदा हुए उन्होंने उसे नहीं माना बगावत करी और फिर जो कहा वह नया धर्म बना, जीसस जिस धर्म में पैदा हुए उन्होंने उसे नहीं माना बगावत करी और फिर जो कहा वह नया…theorignal (21)in #middle • 6 years ago[DELETED][EMPTY]theorignal (21)in #independence • 6 years agoठिठुरता हुआ गणतंत्रस्वतंत्रता-दिवस भी तो भरी बरसात में होता है। अंग्रेज बहुत चालाक हैं। भरी बरसात में स्वतंत्र करके चले गए। उस कपटी प्रेमी की तरह भागे, जो प्रेमिका का छाता भी ले जाए। वह बेचारी…theorignal (21)in #india • 6 years agoपुरानी यादें#कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन हम देहात के निकले बच्चे थे। पांचवी तक घर से तख्ती लेकर स्कूल गए थे स्लेट को जीभ से चाटकर अक्षर मिटाने की हमारी स्थाई आदत थी कक्षा के तनाव में…theorignal (21)in #independence • 6 years agoआज़ादीआज़ादी सत्ता के बंद पिंजरे में चिड़ियां चीख़ रही थी। पिंजरे में बंद चिड़ियां आज़ादी की चाह में पूरी कोशिश से अपने पंख फड़फड़ा रही थी चीख़ रही थी चिल्ला रही थी। चिड़ियों की जुंबा सत्ता…theorignal (21)in #india • 6 years agoअटल व्यक्तित्वपोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज, उत्तर दक्षिण गलियारा, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, विद्युत नियामक आयोग, मोबाइल क्रांति का सूत्रपात.. आपने इस देश का सृजन-सिंचन भी…theorignal (21)in #independence • 6 years agoindependence day specialप्रेम वश में आकर प्रेमी के द्वारा प्रेमिका से चांद-तारे तोड़ लाने वाले वादे और नेताओं द्वारा चुनाव वश में घोषणापत्र में जनता से किये गए वादे एक समान होते हैं जो कभी पूरे नहीं हो…theorignal (21)in #independence • 6 years agoक्या हम आज़ाद हैं?फ़्रिज की बॉटल भरने को बाध्य हैं, रोज नहाने को बाध्य हैं, बिना ब्रश किये चाय नहीं मिलती, 10 बजे तक सोने वालों को अलग ही नजर से देखा जाता है। एक बार इन सबपर भी सोचिएगा क्या सच में आज़ाद हैं हमtheorignal (21)in #indian • 6 years agoवन्दे मातरम्सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम् शस्य श्यामलां मातरं . शुभ्र ज्योत्स्न पुलकित यामिनीम फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्, सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम् . सुखदां वरदां मातरम् .. वन्दे मातरम्…